16 सित॰ 2009

आन्दोलन की आग म. प्र. तक

आन्दोलन को मुकाम तक पहुंचाए

साथियों !
हमें ये जानकार बहुत अच्छा लगा की पत्रकारिता के छात्र एक बार फिर हक़ की लड़ाई के लिए आगे आये है. हम यहाँ आपसे अपने भी छात्रजीवन के अनुभव बाटना चाहेंगे. हमने भी अगस्त 2008 में ग्वालियर(मध्य प्रदेश) के जीवाजी यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता विभाग में हो रही अनियमितताओं के लिए आन्दोलन किया था. हमारा आन्दोलन भी कुछ हद तक सफल रहा लेकिन उतना नहीं जितना होना चाहिए. आन्दोलन खडा करना और बनाए रखना बहुत टेढी खीर है. क्यूंकि समय के साथ कई छात्रों के हौसले टूटने लगते है, तो कभी छात्र उस हक़ के लिए नहीं लड़ना चाहते जिसका लाभ उन्हें नहीं मिल सकता. क्यूंकि हमारी यूनिवर्सिटी के नियम कानून इतने पेचीदे होते है की उन्हें पूरा होने में ही लम्बा अरसा गुजर जाता है.
हालाँकि हम सभी को आप लोगों के आन्दोलन से काफी उम्मीदे हैं. हम लोग आप लोगों के इस पूरे आन्दोलन के साथ हैं. आपके इस आन्दोलन से छत्रों को एक नई दिशा मिलेगी, इस उम्मीद और शुभकामनाओं के साथ,

निहारिका श्रीवास्तव, लोकेन्द्र सिंह, हरि कृष्ण विभोर शर्मा, दीप्ती, सीनू जैन और साथी
एमजेएमसी (अंतिम वर्ष)
जीवाजी यूनिवर्सिटी,
ग्वालियर(मध्य प्रदेश)


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हम आपके साथ हैं !

इलाहाबाद विश्वविद्यालय एक बार फिर तानाषाहियों के द्वारा लगायी आग में जल रहा है. विश्वविद्यालय मे छात्रो के शिक्षा स्तर में बजाये गुणवत्ता देने के विद्यार्थियो के मूल अधिकारो को भी छीना जा रहा है. कुछ शिक्षा स्वार्थियो ने विश्वविद्यालय को गर्त में गिराने की ठान ली है, सुधार व विकास में दिए जा रहे हजारों करोड़ो रूप्यो में विश्वविद्यालय का सुधार व विकास तो हाषिये पर चला गया है लेकिन इन शिक्षा स्वार्थियो की जेबे जरूर भरी जा रही है. छात्रों ने जब इस कोर्स का लोकतांत्रिक विरोध करना षुरू किया तो विश्वविद्यालय प्रषासन यू0 पी0 की,बदनाम पुलसिया राज के सहारे सात छात्रों को जेल डलवा दिया तथा छा़त्रो को निषाना बनाकर उनके आंदोलन को कुचलने की कोषिष की, वहीं विश्वविद्यालय में अकेले पत्रकारिता विभाग को कई सालो से जिंदा रख रहे विभागाध्यक्ष सुनील उमराव भी छात्रों के साथ आन्दोलन मे षामिल है. विडम्बना है कि भारत में अपने पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखने वालें इलाहाबाद में आज इलाहाबाद वि0 वि0 के पत्रकारिता विभाग को बदतर हाल में झोंका जा रहा है। इलाहाबाद वि0 वि0 के छात्र लगातार आन्दोलन को तेज कर रहे हैं, वहीं विष्वविद्यालय शासन बहरा और गूंगा बनकर छात्रो के आंदोलन को कुचलने पर आमदा है।
एसे में हम सभी माखनलाल चर्तुवेदी प़त्रकारिता वि0 वि0 के छात्र इस आन्दोलन को एक दिषा देने की कोषिष करेगें। कब तक हम छात्रों के अधिकारों का हनन होता रहेगा, उठाओ आवाज हमारे साथ इन दमनकारियों को हमे ही हराना होगा, हम सभी माखनलाल चर्तुवेदी प़त्रकारिता वि0 वि0 के छात्र आन्दोलन मे षामिल हो सभी छात्रांे से अपील करते हैं कि अपने विचारो से आन्दोलन को गति दें।

विवेक मिश्रा, आशीष चौरसिया, शोभित शर्मा, अंशुमान सिंह, प्रकाश पाण्डे, आदित्य मिश्रा, भूपेन्द्र पाण्डे, जीतेश श्रीवास्तव, प्रत्यूष मिश्रा, ललित कुचालिया, जयदेव, क्षितिज, शंकर, सनद गुप्ता, अभिमन्यू सिंह, जितेन्द्र चौबे, सौरभ श्रीवास्तव, रूबी सिंह, ज्योत्सना, रजनीश पाण्डे, रोहित सिंह एवं

समस्त छात्र
पत्रकारिता व जनसंपर्क विभाग,
माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय,
भोपाल, मध्य प्रदेश


साथियों
आप भी इस आन्दोलन में कोई सहयोग या वैचारिक समर्थन देना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. आपके समर्थन से इस आन्दोलन में नया उत्साह आएगा. अपने विचार हम तक पहुँचने के लिए आप इन पर मेल कर सकते हैं -
naipirhi@gmail.com, media.rajeev@gmail.com, vijai.media@gmail.com, sandeep9935131246@gmail.com

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