14 सित॰ 2009

निजीकरण विरोधी इस आंदोलन को दिया जायेगा राष्ट्रीय आयाम: प्रो शर्मा

- बाजारवादी कुलपति की बुद्धि-शुद्धि की कामना

इलाहाबाद! 8 सितम्बर 09, प़त्रकारिता विभाग परिसर में आज छात्रों ने अपने विभाग के अस्तित्व को बचाने व निजीकरण समर्थक कुलपति की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। इस यज्ञ की शुरुआत आजादी बचाओ आंदोलन के संस्थापक और प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक प्रो बनवारी लाल शर्मा के अभिभाषण के साथ हुई। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में छात्र-छात्राओं ने यज्ञ कुण्ड में बुद्धि-शुद्धि के लिए आहुति दी और निजीकरण विरोधी अपने आंदोलन को व्यापक बनाने का संकल्प लिया।कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रो बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि यह आन्दोंलन सिर्फ किसी विभाग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि व्यवस्था में नीतिगत परिवर्तन के लिए है। आज विश्वविद्यालय में हो रहे शिक्षा के निजीकरण और व्यवसायीकरण ने आम छात्रों को शिक्षा से वंचित करने की कोशिश की है, जिसके वाहक कुलपति हैं। ऐसे में हम आज यहां संकल्प लेंगेे कि निजीकरण-व्यवसायीकरण की इस लड़ाई को राष्ट्रीय आयाम दिया जाये। पांच दिन से जारी आंदोंलन के बाद भी अपने विभाग को बचाने और निजीकरण विरोधी आंदोंलन पर कुलपति का कोई जवाब न आने पर छात्रां ने आज अपने विभाग में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। इस यज्ञ में छात्रों ने विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत को याद करते हुए विश्वविद्यालय के अपने महान पूर्वजों का आह्वान किया। यज्ञ के दौरान, ‘‘ऊँ विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को बचाने के लिए नमः स्वाहा, शिक्षा का बाजारीकरण करने वाले मतिभ्रष्ट कुलपति की सद्बुद्धि के लिए नमः स्वाहा, ऊँ गांधीवाद की दुहाई देने वाले बाजारवादी कुलपति की सदृबुद्धि के लिए नमः स्वाहा, ऊँ सेल्फ फाइनेंस कोर्सों के नाम पर ज्ञान की दलाली करने वालो की सद्बुद्धि के लिए नमः स्वाहा और ऊँ पत्रकारिता विभाग की अस्मिता और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए नमः स्वाहा’’ जैसे मंत्रों का उच्चारण किया गया। विभाग की छात्रा शिखा ने आज सूचना अधिकार के तहत पूछा है कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनने के बाद से आज तक विश्वविद्यालय को यूजीसी द्वारा कितना अनुदान प्राप्त हुआ है। और उसका कितना हिस्सा किस-किस विभाग में दिया गया। साथ ही प्रत्येक वर्ष कितना अनुदान वापस लौटाया गया? छात्रा ने यह भी पूछा है कि क्या बिना कार्यकारिणी परिषद से पास हुए किसी कोर्स को शुुरु करना विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में आता है? और डेलीगेसी में सेंटर आॅफ फोटो जर्नलिज्म एंड विजुुअल कम्यूनिकेशन किस अधिकार से चलाया जा रहा है, व डेलीगेसी शुल्क के रूप में प्रतिवर्ष प्रत्येक छात्र से जो दस रूपये लिए जाते हंै वह किस मद में खर्च किये जा रहा हंै।


समस्त छात्र
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद

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