27 सित॰ 2009

निजीकरण विरोधी आन्दोलन - कारवां पहुंचा दिल्ली

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के समानान्तर स्ववित्तपोषित कोर्स और शिक्षा के निजीकरण विरोधी आंदोलन का कारवां अब दिल्ली पहुँच गया है. आन्दोलन को राष्ट्रिय स्वरुप देने और उच्च स्तर तक अपनी बात पहुँचने के लिए पत्रकारिता विभाग के छात्र अपने गुरु सुनील उमराव के साथ दिल्ली में विभिन्न राजनीतिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे है. छात्र जंतर-मंतर पर भी अपनी आवाज बुलंद करेंगे.

विश्वविद्यालय का यह कदम 80 फीसदी जनता के साथ अन्याय: जनेश्वर मिश्र


नई दिल्ली, 27 सितम्बर. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के समानान्तर स्ववित्तपोषित कोर्स और शिक्षा के निजीकरण विरोधी आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए छात्रों ने आज दिल्ली में मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय के उच्च अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। छात्रों के प्रतिनिधि मंडल का कल 10 बजे मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से उनके आवास पर इस विषय पर विस्तार से बातचीत करना तय हुआ है। इसी कड़ी में छात्रों का प्रतिनिधि मंडल जाने-माने लोहियावादी विचारक जनेश्वर मिश्र से मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लागू की जा रही आमजन विरोधी शिक्षानीति के बारे में बताया।
छात्रों से बातचीत करने के बाद जनेश्वर मिश्र ने कहा कि विश्वविद्याल प्रशासन द्वारा ऐसा कदम उठाना 80 फीसदी जनता को शिक्षा से वंचित करना है। छात्रों की मांगो को जायज ठहराते हुए उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को सरकार के समक्ष रखेंगें और विभिन्न मंचों पर छात्रों की आवाज को ले जायेंगे।
गौरतलब है कि पत्रकारिता विभाग के छात्रों का 30 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल आया हुआ है जहां पर वह अगले तीन दिनों तक दिल्ली में रहकर विभिन्न मंत्रियों, नेताओं और बुद्धिजीवियों से मिलकर उनके समक्ष विश्वविद्यायल में हो रहे गोरखधंधे का कच्चा चिठ्ठा खोलेंगे।

समस्त छात्र
पत्रकारिता विभाग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद
09721446201, 0989646767


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें